मंदिर या देवालय सभी की आस्था का केंद्र होते हैं। इसी वजह से यहां किसी भी मंदिर में प्रवेश करने के लिए शास्त्रों द्वारा कुछ नियम बताए गए हैं। सभी श्रद्धालुओं के लिए इन नियमों का पालन करना अनिवार्य है। मंदिर जाने से पहले कुछ छोटी-छोटी किंतु महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखने योग्य हैं-
- यदि आपने कोई नशा जैसे शराब, सिगरेट, ड्रग्स इत्यादि ले रखा है तो मंदिर में प्रवेश कतई ना करें। यह भगवान के प्रति असम्मान का भाव दिखाता है।
- मंदिर जाने के लिए हमारा तन और मन पूरी तरह स्वच्छ होना चाहिए।
- मंदिर में अपने साथ कोई हथियार ना ले जाएं।
- मंदिर में प्रवेश से पूर्व सबसे पहले अपने जूते-चप्पल इत्यादि बाहर ही निकाल दें, साथ ही मौजे भी। कुछ लोग मौजे सहित ही मंदिर में प्रवेश कर जाते हैं। उससे उनके मौजे की बदबू से मंदिरों का वातावरण प्रदुषित होता है, और अन्य श्रद्धालुओं को परेशानी होती है अत: मौजे भी बाहर ही निकाल देना चाहिए। इससे मंदिर की पवित्रता और सफाई बनी रहेगी।
- जूते उतारने के पश्चात अपने हाथ-पैर अच्छे से धो लें। ताकि आपके हाथ-पैर पूर्णरूप से साफ और स्वच्छ हो जाए।
- मंदिर में किसी भी परिस्थिति में अपने पैर भगवान की ओर करके ना बैठे। यह असम्मान की भावना व्यक्त करता है।
- चूंकि मंदिर के फर्श पर श्रद्धालु भगवान के सामने मत्था टेंकते हैं, कुछ श्रद्धालु दण्डवत प्रणाम करते हैं। अत: फर्श को बिल्कुल गंदा ना करें।
- भगवान की परिक्रमा घड़ी की सुई जिस दिशा में घुमती है उसी के अनुसार करें।
- मंदिर में भगवान की ओर पीठ करके न बैठें।
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