Monday, June 10, 2013

Main kam bolta hu..

Main kam bolta hu..par kuch log kahte hai ki jab boltahu to bahot bolta hu...!Muje lagta hai ki me zyada sochtahu..magar unse puch kar dekhiye jinhemaine bin soche samje jane kya kyakaha hai...... Main jaisa khud ko dekhta hu..shayd mai waisa nahi hu,kabhi kabhi thoda sa chalak aurkabhi bahot masum bhi...kabhi thoda sakht aur kabhi thodanaram bhi...Main ek bahot aam insaan hu..jinke kuch sapne hai,kuch toote se hai,aur bahot se pure bhi huae hai...Par mai bhi ek aam admi ki tarahapni zindagi se santusht nahi hu..muje lagta hai ki mai thoda sa Allahko na manne wala bhi hu,thoda sa vidrohi,Jo kuch purani sunnate(paramparye) todna chahta hu...Aur kabhi kabhi thoda darta bhi hu..Muje khud se baat'ae karna pasandhai,aur diwaro se bhi..Bahot se aur logo ki tarah muje bhilagta hai ki mai bahot akela hu...!Mai bahot majbut hu aur bahotkamzor bhi...
Log kahte hai ladko ko nahi ronachahiye..par mai rota bhi hu,Aur muje is par garv hai,quki mai kuch zyada mahesoos kartahu...........

A Story

सम्राट अकबर गया था शिकार को 'शाम हो गई ;नमाज का वक्त हो गया वो नमाज पढने लगा ,तभी एक स्त्री वहा से भागती हुई सम्राट को धक्का देती आगे निकली अकबर गिर गया लेकिन नमाज में बोले कैसे क्रोध तो बहुत आया ! एक तो कोई नमाज पढ़ रहा है उसके साथ ऐसा व्यवहार ! जल्दी जल्दीउसने नमाज पूरी की और उस स्त्री का पीछा ही करने की सोचता है ;लेकिन वो स्त्री खुद ही वापस लौट रही थी ; अकबर ने कहा पागल होश में है? मै नमाज पढ़ रहा था तूने मुझे धक्का दिया!इतना तो ख़याल होना चाहिए फ़क़ीर हो या गरीब कोईभी नमाज पढ़े तो सम्मान होना चाहिए ! प्रभु की प्रार्थना में जो लींन है उसके साथ एसा दुरव्यवहार ? मै सम्राट हूँ क्या ये भी दिखाईन पड़ा ' उस स्त्री ने झुक कर प्रणाम किया और कहा - मुझे माफ़ करे भूल हो गई क्यूँकि मेरा प्रेमी आज आने वाला था ,मै राह पर गांव के बाहर उसके स्वागत को गई थी !मुझे याद नही आपकोकब धक्का लगा ,मुझे याद भी नही आप कब बीच में आये ! लेकिन सम्राट एक बात मुझे भी पुछनी है,मै साधारण प्रेमी से मिलने जा रही थी और ऐसी मगन थी मुझे आप दिखाई न पड़े और आप परमात्मा सेमिलने बैठे थे आपको मेरा धक्का मालूम हुआ ?मैआपको दिखाई पड़ी ? अकबर की आँखे शर्म से झुक गई..बात तो उसने बिलकुल सही कही थी !कब वो दिन आएगा जब ये छोटी बातो का मुझपर फर्क नही पड़ेगा ! और सच है की हम उसके दर पर बैठे तो है मन कही और है! नमाज, प्रार्थना, आराधना तब पूरी होगी जब बाहर से बिलकुल बेहोश हो जाए,सारा होश भीतर आ जाये ......

जिंदगी खूबसूरत हो जायेगी

जिंदगी खूबसूरत हो जायेगी :-
1.खुद की कमाई से कम खर्च
हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..!
2. दिन मेँ कम से कम 3 लोगो की प्रशंशा करो..!
3. खुद की भुल स्वीकार ने मेँ कभी भी संकोच मत
करो..!
4. किसी के सपनो पर हँसो मत..!
5. आपके पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी कभी आगे
जाने का मौका दो..!
6. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुए देखे..
7. खुब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लो..!
8. किसी के पास से कुछ जानना हो तो विवेक से
दो बार पुछो..!
9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दो..!
10. ईश्वर पर पुरा भरोशा रखो..!
11. प्रार्थना करना कभी मत भुलो, प्रार्थना मेँ अपार
शक्ति होती है..!
12. अपने काम से मतलब रखो..!
13. समय सबसे ज्यादा किमती है, इसको फालतु
कामो मेँ खर्च मत करो..!
14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश रहना सिखो..!
15. बुराई कभी भी किसी कि भी मत
करो करो,क्योकिँ बुराई नाव मेँ छेद समान है, बुराई
छोटी हो बडी नाव तो डुबो ही देती है..!
16. हमेशा सकारात्मक सोच रखो..!
17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता बस उस
हुनर को दुनिया के सामने लाओ..!
18. कोई काम छोटा नही होता हर काम बडा होता है
जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहे हो अगर आप वह
काम आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या असर
होता..?
19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ करते है|
20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही बल्कि कुछ
करना पडता है|